मिहिर भोज प्रतिमा विवाद मे गुर्जर समाज हुआ भाजपा विरोधी, नही मनायेगा दीपावली

Rise Wiki News: गुर्जर समाज के द्वारा "गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत" बुलाया गया जिसमे मुख्यमंत्री समेत सभी भाजपा नेताओं का सामाजिक और राजनीतिक बहिस्कार करने की बात की गयी।  दादरी के सम्राट मिहिर भोज कॉलेज में रविवार को आयोजित गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत में इसकी घोषणा की गई। #GurjarBoycottBJP

सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण भाजपा कैथल विधायक लीला राम गुर्जर ने 20 जुलाई को कड़ी सुरक्षा के बीच किया था। अनावरण के बाद, शहजादपुर, लुखी, पावना, हसनपुर और काकेरी सहित कई गांवों ने भाजपा नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। एक भाजपा नेता ने कहा, इन गांवों में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले किसी भी भाजपा नेता को काले झंडे दिखाए जाएंगे और प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

कैथल जिले में नौवीं सदी के शासक सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण पर विवाद के बाद हरियाणा के कई राजपूत बहुल गांवों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है, जिसकी पट्टिका पर गुर्जर शब्द अंकित है। मौके पर नोएडा एयरपोर्ट का नाम गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज रखे जाने की मांग की गई। समिति ने उत्तर प्रदेश समेत देश के हर राज्य में गुर्जर गांवों में गुर्जर सम्राट की प्रतिमा लगवाने की घोषणा की। साथ ही कहा गया कि दादरी रियासत के राजा शहीद राव उमराव सिंह की बड़ी प्रतिमा दादरी में स्थापित की जाएगी।  

कैथल के भाजपा किसान मोर्चा प्रमुख संजीव राणा ने दावा किया कि जिले में राजपूत समुदाय के 47 पदाधिकारियों ने इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों के मुताबिक, लगभग 40 लोग पहले ही राज्य भाजपा प्रमुख ओम प्रकाश धनखड़ को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं।  पंचायत को अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग गुर्जर, ममता भाटी, हरियाणा के रणवीर चंदीला, उत्तराखंड से आए सतवीर सिंह, रविंद्र भाटी, कपिल गुर्जर, दीपक नागर समेत अन्य ने अपने विचार रखे।

हालांकि, धनखड़ ने कोई इस्तीफा मिलने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि करनाल, यमुनानगर और फरीदाबाद में और लोगों के इस्तीफा देने की संभावना है।